TAASIR :–NEERAJ -21 SEPT
राजधानी पटना में गंगा नदी का लगातार बढ़ रही जलस्तर से बाढ़ की स्थिति उत्पन्न हो गई है। कई गांव बाढ़ के चपेट में आ गए हैं। इसी कड़ी में शनिवार की सुबह सुबह सीएम नीतीश पटना के कंगन घाट पहुंचे। जहां उन्होंने बाढ़ का जायजा लिया। सीएम नीतीश ने गंगा के बढ़ते जलस्तर का निरीक्षण किया। सीएम नीतीश ने सड़क मार्ग से गंगा के बढ़ते जलस्तर का जायजा लिया। जिसके बाद बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार अचानक नेता विरोधी दल तेजस्वी प्रसाद यादव के क्षेत्र पहुंचे। जहां उन्होंने बाढ़ प्रभावित लोगों से मिल कर उनकी समस्याओं को सुनना। इसके बाद उन्होंने अधिकारियों को आवश्यक दिशा निर्देश दिया। नीतीश कुमार अचानक हाजीपुर के तेरसिया पंचायत एवं हाजीपुर प्रखंड के बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए चलाए जा रहे राहत शिविर में पहुंचकर लोगों से मुलाकात किया। इस दौरान उन्होंने बाढ़ प्रभावित लोगों की समस्या सुनने के बाद अधिकारियों को कई आवश्यक दिशा निर्देश दिया। नीतीश कुमार गंगा ब्रिज थाना क्षेत्र के सामने चल रहे राहत शिविर एवं पशु शिविर का औचक निरीक्षण किया। बात प्रभावित लोगों से राहत शिविर के बारे में पूछताछ किया। बाढ़ पीड़ितों ने नीतीश कुमार से अपनी हर एक समस्या साझा किया। बाढ़ पीड़ितों ने कहा कि पिछले कई दिनों से बाढ़ के पानी घर में घुसने के कारण काफी परेशान है। नीतीश कुमार के साथ नंदकिशोर यादव मौजूद रहे। हालांकि राहत कि बात है कि गंगा नदी का जलस्तर पिछले 24 घंटे से स्थिर बना हुआ है. जल संसाधन विभाग बिहार के अनुसार शनिवार सुबह 8 बजे गंगा नदी का जलस्तर पटना में सभी प्रमुख जगहों पर खतरे के निशान के पार हो चुका है. पटना के दीघाघाट में गंगा का जलस्तर 51.76 मीटर रिकॉर्ड किया गया जबकि खतरे का लेवल 50.45 मीटर है। वहीं गांधीघाट में खतरे का लेवल 48.60 मीटर है ओर यहां नदी का जलस्तर 50.28 मीटर पहुंच गया है जो खतरे के निशान से 1.68 मीटर ज्यादा है. वहीं पटना के पूर्वी छोर हथिदह में गंगा नदी के खतरे का जलस्तर 41.76 मीटर है जबकि बुधवार को नदी का लेवल 43.292 मीटर रिकॉर्ड किया गया जो खतरे के स्तर से करीब 1 फीट से ज्यादा है।