TAASIR :–NEERAJ -21 SEPT
पेट्रोल- डीजल की बढ़ती कीमत से परेशान लोगों के लिए राहत भरी खबर है. केंद्र सरकार ने अपने एक कदम से देश में पेट्रोल और डीजल की कीमत कम होने का बड़ा संकेत दिया है. सरकार ने घरेलू स्तर पर उत्पादित कच्चे तेल के लिए अप्रत्याशित लाभ कर को घटाकर शून्य प्रति टन कर दिया है. कर की नयी दर 18 सितंबर से प्रभावी हो गईं. दो सप्ताह में औसत तेल की कीमतों के आधार पर हर पखवाड़े इसे अधिसूचित किया जाता है. इससे पहले, संशोधन 31 अगस्त से प्रभावी हुआ था. उस समय कच्चे पेट्रोलियम पर अप्रत्याशित लाभ कर 1,850 रुपये प्रति टन निर्धारित किया गया था. अब इस टैक्स के शून्य होने से पेट्रोलियम कंपनियों को बड़ी राहत मिली है. दरअसल, देश में पहली बार एक जुलाई 2022 को अप्रत्याशित लाभ पर कर लगाया था. सरकार विंडफॉल टैक्स घरेलू स्तर पर पेट्रोलियम प्रोडक्ट उत्पादन करने वाली कंपनियों की कमाई पर लगाती है. ऐसा तब होता है जब सरकार को लगता है कि कंपनियां पेट्रोल-डीजल को ज्यादा कमाई के चक्कर अंतरराष्ट्रीय बाजार में बेचती हैं. लेकिन अब केंद्र सरकार ने अपने फैसले से पेट्रोलियम कंपनियों को बड़ी राहत दी है. इससे पेट्रोल- डीजल की कीमत में कमी होने के आसार हैं. माना जा रहा है कि अगले कुछ दिनों में इस विंडफॉल टैक्स के शून्य होने का असर दिखेगा और कीमतें कम होंगी. चारों महानगरों में पेट्रोल-डीजल के दाम पर गौर करें तो दिल्ली में पेट्रोल 96.65 रुपये और डीजल 89.82 रुपये प्रति लीटर, मुंबई में पेट्रोल 106.31 रुपये और डीजल 94.27 रुपये प्रति लीटर, चेन्नई में पेट्रोल 102.63 रुपये और डीजल 94.24 रुपये प्रति लीटर और कोलकाता में पेट्रोल 106.03 रुपये और डीजल 92.76 रुपये प्रति लीटर की दर से बिक रहा है. लेकिन अब विंडफॉल टैक्स के जीरो होने पर पेट्रोल- डीजल की कीमत कम हो सकती है. गौरतलब है कि अंतर राष्ट्रीय बाजार में भले ही कच्चे तेल की कीमतों में लगातार गिरावट दिख रही है, लेकिन सरकार तेल कंपनियों की ओर से आम उपभोक्ता को भारत में कोई खास राहत नहीं मिल रही है. अब विंडफॉल टैक्स घरेलू स्तर पर पेट्रोलियम प्रोडक्ट उत्पादन करने वाली कंपनियों अपने उत्पाद की कीमत कम करने को लेकर बड़ा फैसला ले सकती है.