ईरान में फंसे भारतीय छात्र आर्मेनिया से दोहा के लिए रवाना, आज देर रात दिल्ली में Indigo फ्लाइट करेगा लैंड

TAASIR :–NEERAJ –18, JUNE

ईरान और इजराइल के बीच छिड़े संघर्ष के बीच बड़ी संख्या में भारतीय नागरिक खासकर छात्र वहां पर फंसे हुए हैं. भारत ने संकटपूर्ण स्थिति के बीच ईरान से छात्रों की अपनी पहली खेप सफलतापूर्वक निकाल ली है. ईरान से 110 भारतीय छात्रों को सुरक्षित निकाल लिया गया और जिसमें अधिकांश कश्मीरी छात्र हैं. इस स्पेशल विमान के आज बुधवार देर रात पहुंचने की संभावना है. ये छात्र आर्मेनिया से दोहा होते हुए दिल्ली पहुंचेंगे. भारत ने ईरान में फंसे भारतीय छात्रों की निकासी की प्रक्रिया तेज कर दी है. इस अभियान के तहत उर्मिया मेडिकल यूनिवर्सिटी (ईरान) में पढ़ रहे करीब 110 भारतीय छात्र, जिनमें से अकेले 90 छात्र कश्मीर घाटी से हैं, को सुरक्षित रूप से ईरान से बाहर निकालकर आर्मेनिया पहुंचा दिया गया है. ये सभी छात्र मंगलवार को ईरान-आर्मेनिया सीमा पार कर आर्मेनिया की राजधानी येरेवन पहुंच गए. जहां उन्हें सरकार द्वारा तय किए गए होटलों में ठहराया गया. छात्रों को लेकर इस फ्लाइट के आज बुधवार रात 22:15 बजे दिल्ली पहुंचने की उम्मीद है. छात्रों से बात करने पर उन्होंने बताया कि वे पूरी तरह सुरक्षित हैं और भारत लौटने की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है. भारत सरकार छात्रों को सुरक्षित निकालने की अपने मुहिम में लगी हुई है. इस प्रक्रिया में वह पूरा खर्च भी कर रही है. यहां तक कि इस सफर के दौरान दिल्ली से श्रीनगर तक का टिकट खर्च भी शामिल है. विदेश मंत्रालय और विदेश मंत्री डॉक्टर एस. जयशंकर के कार्यालय से मिली जानकारी के अनुसार, भारत सरकार की ओर से छात्रों को फ्री में टिकटें उपलब्ध कराई गई हैं. यही नहीं, कश्मीर से संबंधित छात्रों के लिए दिल्ली से श्रीनगर तक की यात्रा के भी टिकट सरकार द्वारा ही सुनिश्चित किए जा रहे हैं ताकि वे अपने घर सुरक्षित पहुंच सकें. छात्रों को लेकर आज (18 जून) को एक विमान स्थानीय समयानुसार सुबह 08:45 बजे येरेवन एयरपोर्ट (EVN) से इंडिगो की फ्लाइट 6E 9483 के जरिए रवाना होगा और यह दोपहर 14:05 बजे दोहा पहुंचेगी. दोहा से ये छात्र इंडिगो की दूसरी फ्लाइट 6E 9487 के जरिए दोपहर 15:05 बजे दिल्ली एयरपोर्ट, टर्मिनल 3) के लिए उड़ान भरेंगे. इस फ्लाइट के आज रात 22:15 बजे दिल्ली एयरपोर्ट पहुंचने की संभावना है. जम्मू-कश्मीर स्टूडेंट्स एसोसिएशन लगातार इस पूरे रेस्क्यू ऑपरेशन पर नजर बनाए हुए है. एसोसिएशन छात्रों और संबंधित अधिकारियों से लगातार संपर्क में है ताकि छात्रों की सुरक्षित और तेज वापसी सुनिश्चित हो सके. ईरान में फंसे छात्रों और छात्र संघ ने इस रेस्क्यू ऑपरेशन के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और विदेश मंत्री डॉ. एस. जयशंकर का आभार जताया है, जिनके समय पर हस्तक्षेप की वजह से यह निकासी संभव हो सकी है. उम्मीद जताई जा रही है कि शेष छात्रों की भी जल्द ही सुरक्षित निकासी की जाएगी.