TAASIR HINDI NEWS NETWORK ABHISHEK SINGH
पटना, 26 नवंबर
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने शराबबंदी का संकल्प एक बार फिर से दोहराते हुए आज कहा कि राज्य की महिलाओं की मांग पर राज्य में पूर्ण शराबबंदी की गई थी और अब हर हाल में लागू रहेगी।
पटना के ज्ञान भवन में नशा मुक्ति दिवस के अवसर पर आयोजित कार्यक्रम में 2016 में की गयी शराबबंदी की याद दिलाते हुए उन्होंने कहा कि 2016 में सर्वदलीय की सहमति से बिहार में शराबबंदी का फैसला किया गया था। इसकी शुरूआत पहले आंशिक रूप से शहरी क्षेत्रों से की गयी।
शहरी इलाकों में शराब बेचने की इजाजत सरकार ने दी थी लेकिन कुछ दिनों के बाद राज्य की महिलाओं ने सरकार के इस फैसले का विरोध किया और बिहार में पूरी तरह शराब को बंद करने की मांग की। इसके बाद हमने बिहार में पूर्ण शराब बंदी का फैसला किया ।
मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि हमने 2015 में ही तय कर लिया था शराबबंदी लागू करेंगे। उन्होंने अधिकारियों को सख्त अंदाज में कहा कि पटना में शराब पर कंट्रोल करें, पूरा बिहार नियंत्रण में होगा। इसके साथ ही मुख्यमंत्री ने यह भी साफ कर दिया कि पुलिस सूचना मिलने पर हर जगह जांच को जायेगी। होटल में भी जांच होगी, भले ही वहां शादी की पार्टी क्यों न हो? उन्होंने कहा कि 2017 में हमने आज के दिन 26 नवंबर को नशा मुक्ति दिवस के रूप में मनाने का निर्णय किया।
विपक्ष पर निशान साधते हुए उन्होंने कहा कि इंसान का स्वभाव ही होता है गड़बड़ी करना। कुछ लोग केवल गड़बड़ी करने में ही लगे रहते है। आज जो लोग शराब बंदी पर सवाल उठा रहे हैं। उस वक्त वह भी सरकार के साथ थे और शराबबंदी के फैसले का बिहार विधानसभा में सभी राजनीतिक दलों ने अपना समर्थन दिया था ।
गड़बड़ करने वाले लोग धीरे-धीरे खुद खत्म हो जायेंगे। इस बार तो जहरीली शराब से और भी ज्यादा मौत हुई है। वर्ष 2018 में भी जहरीली शराब से मौत हुई थी। तब हमने कई आदेश दिया था और कार्रवाई भी की थी। हमने नौ बार शराबबंदी की समीक्षा की है।
सख्त मिजाज में उन्होंने कहा कि अगर अधिकारी भी गड़बड़ करेंगे तो उन्हें बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। जो भी बाएं-दायें करता है उस पर कानून के तहत कार्रवाई करें। सबसे ज्यादा पटना में गड़बड़ होता है। हमने मीटिंग में कह दिया था कि पटना में पकड़िये तो इसका मैसेज सीधा जायेगा।
शराब पीने से होने वाले नुकसान की चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि शराब पीने की वजह से कैसे लोगों की जान जाती है, इससे देखा जा सकता है। शराब पीने से ना केवल लोग गंभीर तौर पर बीमार होते हैं बल्कि सड़क दुर्घटनाओं में जिन लोगों की मौत होती है।
आकड़े की चर्चा करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि देश में 27 फ़ीसदी लोग शराब का सेवन करने वाले हैं। दुनिया भर में झगड़ा करने वाले 18 फ़ीसदी लोग शराबी हैं। 17 फ़ीसदी लोग शराब पीकर ही आत्महत्या करते हैं।
उल्लेखनीय है कि नशा मुक्ति दिवस के मौके पर आज पूरे राज्य में शराबबंदी को सफल बनाने के लिए सरकारी कर्मियों को शपथ दिलाई जा रही है ।