TAASIR HINDI NEWS NETWORK KUMAR GAURAV
बांदा, 04 मार्च
जनपद के कालिंजर क्षेत्र में एक पिता ने क्रूरता पूर्वक अपने इकलौते बेटे की 80 फुट ऊंचे पुल से नीचे फेंक कर हत्या कर दी। उसे इस बात की आशंका थी कि यह पुत्र उसका नहीं है। इस घटना को लेकर क्षेत्र में तरह तरह की चर्चा है।
प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि कालिंजर थाना क्षेत्र के रामनगर गांव का निवासी चंद्रपाल विश्वकर्मा का पुत्र किसना 14 किसी बात को लेकर पिता से डरकर महाशिवरात्रि के दिन ऐतिहासिक कालिंजर दुर्ग में चला गया था।
इस बीच पिता उसे खोजता रहा। दूसरे दिन बुधवार को जब बेटा कालिंजर किला में मिला तो उसने गुस्से में बेटे की जमकर पिटाई की और फिर जब गांव के करीब पहुंचा तभी उसने बागैं नदी में बने पुल पर बेटे को उल्टा लटका दिया।
प्रत्यक्षदर्शी किसान जो उस समय खेतों में काम कर रहे थे। उन्होंने देखा इससे पहले उसे बचा पाते वह बच्चे को नीचे फेंकने लगा। जबकि बेटा रोते-रोते गिड़गिड़ा रहा था कि अब मैं कही नहीं जाऊंगा लेकिन बाप को जरा भी रहम नहीं आया।
उसने उसी पुल से बच्चे को नीचे फेंक दिया। नीचे गिरते ही बेटे ने दम तोड़ दिया।
यह देख कर किसान कांप गए ,उन्हें लग रहा था कि इसके सिर पर खून सवार है कहीं कोई और घटना को अंजाम न दे। इससे सभी लोग चुप रहे।
उधर वह मृत बच्चे का शव कंधे में लाद कर अपने घर चला गया और रात भर लाश को घर पर ही रखें रहा।
सुबह इस घटना की चर्चा पूरे गांव में फैल गई, जिससे गांव के चौकीदार ने घटना की सूचना पुलिस को दी।पुलिस का कहना है कि किशना ननिहाल में जन्मा था। इसलिए चंद्रपाल उसे अपनी संतान नहीं मानता था।
इसी को किशना की हत्या की वजह माना जा रहा है। आरोपी चंद्रपाल की पत्नी मायके में ही रहती है। उसने मायके में ही बेेटे किशना को जन्म दिया था।
चंद्रपाल इसे अपनी संतान नहीं मानता था। पत्नी के चरित्र पर शक करता था। बाद में ससुराल वालों के दबाव में पत्नी मायके से ससुराल आ गई थी।
वह मानसिक रूप से विक्षिप्त भी बताई गई है।
इस बारे में क्षेत्राधिकारी नरैनी नितिन कुमार का कहना है कि घटना की जानकारी मिलने पर कालिंजर थाने के थाना प्रभारी को जांच के लिए भेजा गया है।