पटना कमिश्नरकुमार रवि ने जेपी गंगा पथ पर यातायात नियंत्रण एवं विधि-व्यवस्था संधारण सुनिश्चित करने के लिए अधिकारियों के साथ बैठक की। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को इसको लेकर आवश्यक निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि नव-उद्घाटित जेपी गंगा पथ लोक आकर्षण का एक महत्वपूर्ण केन्द्र है। पर्यटन के दृष्टिकोण से भी यह काफी महत्वपूर्ण है। इस पर सुचारू एवं सुगम यातायात प्रबंधन तथा विधि-व्यवस्था संधारण सुनिश्चित करना आवश्यक है। पटना डीएम डॉ. चन्द्रशेखर सिंह ने जेपी गंगा पथ पर यातायात नियंत्रण एवं विधि-व्यवस्था संधारण हेतु कार्य योजना प्रस्तुत किया। उन्होंने बताया कि इस पथ पर भीड़ का एक प्रमुख कारण पार्किंग की व्यवस्था नहीं होना है। प्रशासन द्वारा 4 जगहों को पार्किंग स्थल के रूप में चिन्हित करने का निर्णय लिया गया है- जनार्दन घाट के पास, बिंद टोली के पास, जेपी सेतु के पूरब-दक्षिण कोने पर एवं ए एन सिन्हा संस्थान के पास पार्किंग स्थल बनाये जाने की जरूरत है। विधि व्यवस्था संधारण हेतु संपूर्ण जेपी गंगा पथ के लिए एक पुलिस ओपी बनाने का निर्णय लिया गया है। यह ओपी गंगा पथ और अटल पथ के मिलान बिंदु पर रोटरी के पास दक्षिण तरफ बनाया जाएगा। साथ ही 2 गाड़ियों को हाईवे पेट्रोलिंग के लिए तैनात करने का निर्णय लिया गया है। ये गाड़ियां सघन गश्ती करेंगी एवं यातायात प्रबंधन सुनिश्चित करेंगी। पीएमसीएच की व्यवस्था को ध्यान में रखते हुए गंगा पथ से पीएमसीएच के लिए डेडीकेटेड सड़क से आम लोगों के आवागमन पर प्रतिबंध लगाया गया है। इस डेडीकेटेड लेन से केवल पीएमसीएच के डॉक्टर्स, स्टाफ एवं एंबुलेंस आ जा सकते हैं। जेपी गंगा पथ पर पीएमसीएच के पास ड्रॉप गेट बनाया जा रहा है तथा यहां चेक पोस्ट का भी निर्माण किया जाएगा। आयुक्त रवि ने अधिकारियों को निर्देश दिया कि विधि-व्यवस्था संधारण हेतु दण्डाधिकारियों एवं पुलिस पदाधिकारियों की प्रतिनियुक्ति की जाए। उन्होंने नो पार्किंग जोन, नो स्टॉपेज, नो वेंडिंग जोन सहित अन्य सभी मानकों पर अधिक-से-अधिक संख्या में संकेतक (साईनेज) लगाने का निर्देश दिया। साथ ही उन्होंने नजदीकी हेल्थ फैसिलिटी को विकसित करने का भी निर्देश दिया। आयुक्त रवि ने कार्यपालक पदाधिकारी, पाटलिपुत्र अंचल, पटना नगर निगम को जेपी गंगा पथ पर समुचित साफ-सफाई सुनिश्चित करने का निर्देश दिया। उन्होंने कहा कि टीम बनाकर इसके लिए कार्रवाई करें।