महुआ – लंबे अरसे से मजदूरी के भुगतान नहीं होने की वजह से पिड़ित मजदूर ने सोमवार को महुआ अनुमंडल कार्यालय परिसर में अनिश्चितकालीन अनशन, पर बैठकर मजदूरी भुगतान की मांग कर रहे थे.पिड़ित यदुवीर कुमार ने बताया, की अनशन की सूचना संबंधित वरीय पदाधिकारियों को पूर्व में दी गई थी. मालूम हो कि मजदूरी भुगतान को लेकर महुआ अनुमंडल न्यायालय स्तर पर दिए गए फैसले के कई वर्षों बाद भी भुगतान नहीं होने पर पीड़ित ने मुख्यमंत्री के यहां आवेदन देकर मजदूरी भुगतान कराने की मांग की थी . मामले में छतवारा चकशेख निजाम निवासी यदुवीर कुमार सिंह ने न्यूनतम मजदूरी को लेकर एक मामला अनुमंडल न्यायालय में दायर किया था. मामले में सुनवाई के बाद प्रतिवादी सहायक रविनंदन प्रॉपर्टी एंड इन्वेस्टमेंट आम्रपाली टॉकीज पर ₹976800 भुगतान का आदेश अनुमंडल न्यायालय ने 8 वर्ष पूर्व दिया था. राशि के भुगतान को लेकर मजदूर ने श्रम अधीक्षक, बरीय पदाधिकारी से लेकर मुख्यमंत्री तक का दरवाजा खटखटाया. इसके बावजूद भी अब तक मजदूर के राशि का भुगतान नहीं हो पाया है. जिससे मजदूर के समक्ष विकट स्थिति उत्पन्न हो गई है. जबकि मजदूरी की राशि को लेकर सर्टिफिकेट केस भी दर्ज कराया गया है. मामले में पीड़ित मजदूर ने संबंधित विभागीय वरीय पदाधिकारियों से अभिलंब राशि भुगतान कराने की मांग की थी . मामले में पीड़ित ने मुख्यमंत्री को दिए आवेदन में यह भी उल्लेख किया था कि यदि मामले में उन्हें अब भी न्याय नहीं मिलता है. तो वे महुआ अनुमंडल परिसर में अनिश्चितकालीन आमरण अनशन पर बैठने को मजबूर होंगे. और अंततः अब तक मजदूरी के भुगतान नहीं होने के बाद सोमवार को मजदूर ने अनशन पर ब बैठने को मजबूर हो गए.