सलामी बल्लेबाज उस्मान ख्वाजा (104 नाबाद) और कैमरुन ग्रीन (49 नाबाद) की नाबाद 85 रन की साझेदारी की बदौलत गुरुवार को नरेंद्र मोदी स्टेडियम में आस्ट्रेलिया ने भारत के खिलाफ चौथे टेस्ट के पहले दिन 90 ओवर में 255/4 रन बना लिए। पहला दिन उस्मान ख्वाजा के नाम रहा। भारत की तरफ से शमी ने दो विकेट झटके हैं। भारतीय क्रिकेट टीम और ऑस्ट्रेलिया के बीच 4 मैचों की सीरीज का चौथा और आखिरी टेस्ट मैच अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला जा रहा है। आज मैच का दूसरा दिन है। लेफ्ट हैंड ओपनर उस्मान ख्वाजा ने टेस्ट करियर का 14वां शतक जड़ा। पहले दिन भारतीय गेंदबाज कुछ खास प्रभाव नहीं डाल सके। दूसरे दिन भारतीय टीम को कंगारुओं की पहली पारी को जल्द से जल्द समेटना होगा। अनुभवी पेसर मोहम्मद शमी ने पहले दिन 17 ओवर की गेंदबाजी में 65 रन देकर 2 विकेट चटकाए, जबकि उमेश यादव ने 15 ओवर में 58 रन खर्च किए और उनके कोई सफलता हाथ नहीं लगी। रविचंद्रन अश्विन ने 25 ओवर में 57 रन देकर 1 विकेट हासिल किया, जबकि रवींद्र जडेजा ने 20 ओवर में 49 रन देकर 1 विकेट अपने नाम किए। नाथन लियोन और टॉड मर्फी ऑस्ट्रेलिया को बड़ा स्कोर दिलाने के लिए जोर लगा रहे हैं। दोनों बल्लेबाज टी टाइम के बाद एक-एक बाउंड्री जमा चुके हैं। अक्षर पटेल और रविचंद्रन अश्विन के सामने ये दोनों बल्लेबाज डटकर मुकाबला कर रहे हैं। अक्षर पटेल ने टी टाइम के बाद ऑस्ट्रेलिया को जोरदार झटका दिया है। पटेल ने पारी के 147वें ओवर की पहली गेंद पर उस्मान ख्वाजा को एलबीडब्ल्यू आउट किया। पटेल ने ऑफ स्टंप के बाहर गेंद डाली, जिस पर ख्वाजा ने बैकफुट पर जाकर शॉट खेलने की कोशिश की। मगर गेंद उनके पैड पर जाकर लगी। भारतीय खिलाड़ियों ने जोरदार अपील की, लेकिन अंपायर ने नॉट आउट करार दिया। तब भारत ने डीआरएस लिया। रीप्ले में दिखा कि गेंद स्पिन होने के बाद स्टंप पर लग रही थी। अंपायर को अपना फैसला बदलना पड़ा और ख्वाजा आउट करार दिए गए। उस्मान ख्वाजा ने 422 गेंदों में 21 चौके की मदद से 180 रन बनाए। दूसरे दिन के टी तक ऑस्ट्रेलिया ने 7 विकेट गंवाकर 409 रन बनाए। बता दें कि उस्मान ख्वाजा 180 रन पर खेल रहे हैं। उनका साथ नाथन लियोन दे रहे हैं। उस्मान ख्वाजा और नाथन लियोन इस समय ऑस्ट्रेलिया को संभालने में जुटे हुए हैं। इस बीच टीम ने 400 रन का आंकड़ा पार कर लिया है। उमेश यादव ने 100 से ज्यादा रन खर्च कर दिए हैं, लेकिन अब तक उन्हें कोई सफलता हाथ नहीं लगी है।