असम के पार्कों में जीपीएस टैग और ड्रोन की मदद से जंगली हाथियों की गिनती शुरू

 राष्ट्रीय उद्यान के सभी रेंज में गिनती का काम 27 फरवरी तक चलेगा

बाक्सा (असम), 23 फरवरी 

राज्य भर में जंगली हाथियों की गणना की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इसके साथ ही विश्व धरोहर स्थल मनाह नेशनल पार्क में जंगली हाथियों की गणना की प्रक्रिया भी शुरू की गई है। राष्ट्रीय उद्यान के सभी रेंज बांहबाड़ी, भुइयांपारा, पानबारी और कुकलुंग में हाथियों की गिनती की प्रक्रिया चल रही है। वनकर्मी जीपीएस टैग और ड्रोन की मदद से हाथियों गिनती की कर रहे हैं। गिनती का काम 27 फरवरी तक चलेगा।

मनाह के सभी रेंजों में हाथियों की संख्या बहुत अधिक है। मनाह आने वाले पर्यटक सभी रेंजों में हाथियों की लगभग मुक्त आवाजाही के दृश्य का आनंद लेते हैं। हालांकि, इस नेशनल पार्क में हाथियों की संख्या हाई काउंटिंग प्रक्रिया के बाद ही तय हो पाएगी लेकिन 2017 में हुई गणना के अनुसार मनाह में हाथियों की संख्या 1034 थी। उस समय मनाह के बांहबाड़ी, भुइयांपारा और पानबारी की तीन रेंजों में हाथी की गिनती की प्रक्रिया चलाई गयी थी। इस बार नेशनल पार्क में नये सिरे से जोड़ी गई कुकलुंग रेंज में भी गिनती की प्रक्रिया चल रही है।