पद्म श्री पंडित हरी उप्पल की जयंती के अवसर पर नृत्य- संगीत की सुरमयी संध्या में कत्थक और ओडिशी नृत्य की प्रस्तुतियों ने बांधा समां

TAASIR NEWS NETWORK- SYED M HASSAN -22 SEPT     

– कला, संस्कृति एवं युवा विभाग एवं भारतीय नृत्य कला मंदिर के संयुक्त तत्वावधान में दो दिवसीय शास्त्रीय नृत्य महोत्सव का शुभारंभ

पटना 22.09.2023
आज पटना के भारतीय नृत्य कला मंदिर में पद्म श्री पंडित हरी उप्पल की जयंती के अवसर पर कला, संस्कृति एवं युवा विभाग एवं भारतीय नृत्य कला मंदिर के संयुक्त तत्वावधान में दो दिवसीय शास्त्रीय नृत्य महोत्सव का शुभारंभ किया गया । कार्यक्रम का शुभारम्भ मुख्य अतिथि कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के माननीय मंत्री श्री जीतेंद्र कुमार राय के द्वारा अपर मुख्य सचिव श्रीमती हरजोत कौर बम्हरा, भारतीय प्रशासनिक सेवा के वरिष्ठ पदाधकारी श्री सुनील कुमार सिंह, प्रधान सचिव, पशु एवं मतस्य संसाधन विभाग, बिहार डॉ एन विजयालक्ष्मी, अपर सचिव, कला, संस्कृति एवं युवा विभाग श्री दीपक आनंद , पद्म श्री पंडित हरी उप्पल की पुत्री श्रीमती तामरा उप्पल एवं अन्य गणमान्य अतिथियों की उपस्थिति में दीप प्रज्वलित कर किया गया । कार्यक्रम की शुरुआत में गणमान्य अतिथियों के द्वारा भारतीय नृत्य कला मंदिर पटना के संस्थापक पद्म श्री पंडित हरी उप्पल की तस्वीर पर पुष्पांजलि अर्पित कर किया गया ।


मुख्य अतिथि कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के मंत्री श्री जीतेंद्र कुमार राय ने कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कहा कि भारतीय नृत्य कला मंदिर बचपन से हमारी यादों में रहा है और बिहार में कला का एक महत्वपूर्ण केंद्र रहा है। बिहार की कला और संस्कृति काफी समृद्ध रही है और इसने विश्व स्तर पर अपने पहचान बनाई है। आयोजन की सराहना करते हुए श्री राय ने कहा कि मुझे उम्मीद है कि आगे भी भारतीय नृत्य कला मंदिर प्रांगण में इस प्रकार के आयोजन होते रहेंगें।
कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के अपर मुख्य सचिव श्रीमती हरजोत कौर बम्हरा ने कहा कि पद्म श्री पंडित हरी उप्पल केवल एक नाम नहीं बल्कि अपने आप में कला की विभिन्न विधाओं को समेटे हुए एक मिसाल थे, जिन्होंने बिहार के कला जगत को नई ऊँचाइयों पर पहुँचाया । भारतीय नृत्य कला मंदिर की स्थापना उन्हीं के द्वारा की गई थी और आज हम उसी परिसर में उनकी जयंती पर इस कार्यक्रम को आयोजित कर रहे है जो हम सब के लिए गर्व की बात है।
सांस्कृतिक कार्यक्रम की शुरुआत प्रधान सचिव, पशु एवं मतस्य संसाधन विभाग, बिहार डॉ एन विजयालक्ष्मी के द्वारा गणेश वंदना की प्रस्तुति से हुई । इसके बाद संगीत नाटक अकादमी पुरस्कार विजेता श्री राजेंद्र गंगानी एवं उनके दल द्वारा भाव, गति नृत्यम नामक कत्थक नृत्य का प्रतुतिकरण दिया । तीन ताल और धमार ताल के साथ समूहनृत्य पर समाप्त हुए इस प्रस्तुति ने दर्शकों का मन मोह लिया। नृत्य- संगीत की इस सुरमयी संध्या में ओडिशा नृत्य अकादमी, भुवनेश्वर, ओडिशा द्वारा ओडिशी नृत्य त्राहि दुर्गा, बकुल्वार्ण पल्लवी एवं सदारिपु की प्रस्तुति दे कर कार्यक्रम में समां बांध दिया।
संगीत व नृत्य के समागम की इस संध्या में विभिन्न विभागों के वरीय पदाधिकारी, रंगकर्मी, गणमान्य नागरिक, कला प्रेमी, कलाकार, आम नागरिक, मीडियाकर्मी सहित लगभग 450 लोग उपस्थित रहे ।
कार्यक्रम के अंत में श्री दीपक आनंद अपर सचिव सह निदेशक सांस्कृतिक कार्य निदेशालय, कला, संस्कृति एवं युवा विभाग के द्वारा धन्यवाद ज्ञापन दिया गया। कार्यक्रम का मंच संचालन श्रीमती सोमा चक्रवर्ती के द्वारा किया गया।