पाकिस्तान और रूस आतंकवाद के वित्तपोषण से निपटने के लिए मिलकर काम करेंगे

TAASIR HINDI NEWS NETWORK ABHISHEK SINGH

– पाकिस्तान-रूस संयुक्त कार्य समूह की दसवीं बैठक में फैसला
इस्लामाबाद, 17 नवंबर

अंतरराष्ट्रीय आतंकवाद और सुरक्षा की अन्य चुनौतियों से निपटने पर पाकिस्तान-रूस संयुक्त कार्य समूह की दसवीं बैठक गुरुवार को इस्लामाबाद में आयोजित की गई। दोनों पक्षों ने अफगानिस्तान, मध्य और दक्षिण एशिया और उत्तरी अफ्रीका की स्थितियों पर विशेष ध्यान देने के साथ वैश्विक और क्षेत्रीय आतंकवादी खतरों पर विस्तार से चर्चा की। संवाद ने आतंकवाद परिदृश्य की जटिलता और निरंतर सतर्कता की आवश्यकता पर जोर दिया।
बैठक की सह-अध्यक्षता पाकिस्तान के विदेश मंत्रालय के अतिरिक्त विदेश सचिव, राजदूत सैयद हैदर शाह और रूसी संघ के उप विदेश मंत्री, राजदूत सर्गेई वर्शिनिन ने की। दोनों पक्षों ने आतंकवाद के वित्तपोषण से निपटने और आतंकवाद-निरोध के अन्य प्रमुख क्षेत्रों में मिलकर काम करने का संकल्प लिया। विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को एक बयान में कहा कि दोनों पक्षों ने आतंकवाद से निपटने के लिए अपनी-अपनी राष्ट्रीय रणनीतियों और उपायों की रूपरेखा तैयार की। पाकिस्तान और रूस ने आतंकवाद के खिलाफ व्यापक लड़ाई में राष्ट्रीय प्रयासों के महत्व पर प्रकाश डालते हुए अपने अनुभव और सर्वोत्तम प्रथाओं को साझा किया।
यह बैठक पाकिस्तान-रूस द्विपक्षीय आतंकवाद विरोधी सहयोग की पृष्ठभूमि में नियमित आदान-प्रदान का हिस्सा थी। दोनों पक्ष इस तरह के सहयोग के पारस्परिक लाभों को रेखांकित करते हुए आतंकवाद से प्रभावी ढंग से निपटने के लिए सहयोगात्मक प्रयासों को मजबूत करने पर सहमत हुए। संयुक्त राष्ट्र और शंघाई सहयोग संगठन (एससीओ) जैसे बहुपक्षीय मंचों पर सहयोग बढ़ाने पर चर्चा विशेष रूप से उपयोगी रही। दोनों पक्षों ने आतंकवाद के वित्तपोषण से निपटने और आतंकवाद-निरोध के अन्य प्रमुख क्षेत्रों में मिलकर काम करने का संकल्प लिया।
दोनों पक्षों ने कट्टरपंथ के विभिन्न रूपों, आतंकवादी विचारधाराओं के प्रसार और आतंकवादी उद्देश्यों के लिए सूचना और संचार प्रौद्योगिकियों के दुरुपयोग पर भी चर्चा की। वे इन चुनौतियों का मुकाबला करने के लिए व्यापक रणनीतियों की आवश्यकता पर सहमत हुए। बैठक आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में अपना सहयोग जारी रखने के लिए पाकिस्तान और रूस दोनों की प्रतिबद्धता की पुष्टि के साथ समाप्त हुई। दोनों पक्षों ने क्षेत्रीय और वैश्विक सुरक्षा बनाए रखने में अपनी साझेदारी के महत्व को पहचाना। वर्किंग ग्रुप की अगली बैठक 2024 में होगी।