मधुबनी है बिहार का सातवां सबसे गरीब जिला, ये विद्वानों की नहीं बल्कि गरीब-मजदूरों की है जमीन: प्रशांत किशोर

TAASIR :– S M HASSAN –25 NOV

*मधुबनी*: जन सुराज पदयात्रा के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने शनिवार को जिले के रहिका प्रखंड, जितवारपुर गांव के महारानीगाछी में प्रेस वार्ता की। इस दौरान जिले की मूलभूत समस्याओं को गिनाया। प्रशांत किशोर ने कहा कि मैं अबतक चार हजार गांवों में पैदल चलकर गया हूं। मधुबनी बिहार का सातवां सबसे गरीब जिला है। देश में प्रति व्यक्ति आय है एक लाख 35 हजार रुपए, बिहार में प्रति व्यक्ति आय है 34 हजार रुपए और मधुबनी में प्रति व्यक्ति आय है 22 हजार रुपए। मधुबनी में कई लोग बताते हैं कि ये विद्वानों की जमीन है, लेकिन मैं गांव-गांव घूम-घूमकर बता रहा हूं कि ये विद्वानों की जमीन कभी थी। लेकिन, आज ये मजदूरों और गरीबों की जमीन है। यहां पलायन और कृषि की उत्पादकता बिहार में सबसे कम है। मधुबनी में गेहूं का जो उत्पादन होता है वो बिहार के अन्य जिलों के मुकाबले में यहां सबसे कम है।