जम्मू कश्मीर में हुए आतंकी हमले में कानपुर का लाल शहीद

कानपुर, 22 दिसम्बर 

जम्मू कश्मीर के पुंछ जिले में हुए आतंकी हमले में कानपुर का लाल भी शहीद हुआ है। बेटे के शहीद होने की खबर मिलते ही परिवार में रोना-पीटना मच गया और आस-पड़ोस में मातम छाया हुआ है।

बिल्हौर तहसील क्षेत्र के भाऊपुर गांव के रहने वाले किसान बालक राम यादव के बड़े बेटे कर्ण ने वर्ष 2013 में सेना में ज्वाइनिंग की थी। सात साल पहले उसकी शादी अंजू देवी के साथ हुई थी। जवान के दो बच्चों में एक पांच साल की बेटी आर्या और दो वर्ष का बेटा आयुष है। इस समय उसकी तैनाती जम्मू कश्मीर में आरआर बटालियन में थी।

पिता ने बताया कि बुधवार की शाम को ही बेटे ने फोन बात की थी और बताया था कि वह जल्द ही घर आएगा। गुरुवार की रात को खबर मिली उनका बेटा शहीद हो गया है। बेटे के साथियों ने फोन करके यह खबर सुनाई तो पूरे परिवार में कोहराम मच गया। उन्हें बताया गया कि बुधवार की रात पुंछ जिले में डेरा की गली जंगल में कुछ आतंकवादी को देखे जाने की सूचना मिली। इसके बाद सेना की आरआर बटालियन ने आतंकियों को पकड़ने के लिए सर्च ऑपरेशन शुरू किया था।

गुरुवार की शाम वाहनों पर सवार होकर घने जंगल में डेरा की गली बल्फियाज मार्ग से गुजरते समय आतंकियों ने सेना के वाहनों पर ताबड़तोड़ फायरिंग शुरू कर दिया। हमले में वाहन चला रहे नायक चालक कर्ण कुमार सहित पांच जवान शहीद हो गए और दो जवान गंभीर रूप से घायल है। बेटे के शहीद होने की खबर पर मां सावित्री देवी, पत्नी अंजू और मासूम बच्चों पर ऋगमों का पहाड़ टूट पड़ा।

बेटे की शहादत पर गर्व महसूस कर रहे गमगीन पिता बालक राम ने कहा कि देश सेवा के लिए वह अपना दूसरा बेटा भी सेना में भेजना चाहते थे, लेकिन उनका यह सपना पूरा नहीं हो सका।