– भाजपा ने उमेश नाथ महाराज, माया नारोलिया व बंसीलाल गुर्जर को भी मध्यप्रदेश से बनाया उम्मीदवार
भोपाल, 14 फरवरी
भाजपा ने तमिलनाडु प्रदेश के पूर्व अध्यक्ष व केन्द्रीय मंत्री एल मुरुगन को मध्य प्रदेश से राज्यसभा में भेजने का निर्णय किया है। इसके अलावा भाजपा इस बार मप्र से तीन नए व्यक्तियों को राज्यसभा भेजने जा रही है। यह तीनों व्यक्ति लंबे समय से पार्टी के संगठन का काम संभाल रहे थे।
बुधवार को भाजपा ने 27 फरवरी को होने वाले द्विवार्षिक चुनाव के लिए दो राज्यों के पांच उम्मीदवार के नाम घोषित किए हैं। मध्य प्रदेश से राज्यसभा की पांच रिक्त सीटों के लिए आगामी होना है। इसके लिए भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने बुधवार को चार उम्मीदवारों के नाम घोषित कर दिए हैं। भाजपा ने केंद्रीय मंत्री एल मुरुगन, नाथ महाराज, माया नारोलिया और बंसीलाल गुर्जर को मध्यप्रदेश से उम्मीदवार बनाया गया है।
भाजपा के राष्ट्रीय महासचिव अरुण सिंह ने राज्यसभा चुनाव के लिए एक और उम्मीदवारों की एक सूची जारी है। इनमें दो राज्यों के लिए पांच उम्मीदवारों के नाम घोषित किए गए हैं। केंद्रीय मंत्री एल मुरुगन को मध्यप्रदेश और रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को ओडिशा से उम्मीदवार बनाया गया है। इसके अलावा मध्यप्रदेश से अन्य तीन नामों में उमेश नाथ महाराज, माया नारोलिया और बंसीलाल गुर्जर शामिल हैं।
गौरतलब है कि केन्द्रीय मंत्री एल मुरुगन पिछली बार भी मध्य प्रदेश से राज्यसभा भेजे गए थे। पार्टी ने अब उन्हें मध्य प्रदेश से दूसरी बार राज्यसभा भेजने की तैयारी की गई है। वहीं, तीन नए चेहरे हैं, जिन्हें पहली बार भाजपा राज्यसभा भेज रही है। जानकारों का कहना है कि जिन नए लोगों को मौका दिया जा रहा है, वे भले ही संसदीय राजनीति का अनुभव नहीं रखते, लेकिन लंबे अरसे से संगठन में योगदान देते रहे हैं। पार्टी की इसके पीछे यह रणनीति है कि ज्यादा से ज्यादा नए लोगों को मौका मिले और पुराने स्थापित चेहरों को लोकसभा चुनाव में उतारा जाए, जिससे चुनाव में माहौल बने और कठिन सीटों को भी आसानी से जीता जा सके।
भाजपा के घोषित नए उम्मीदवारों की बात करें तो बंसीलाल गुर्जर भाजपा के किसान मोर्चे के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष हैं। वह लंबे समय से संगठन की राजनीति करते रहे हैं। इसके अलावा उमेश नाथ महाराज संत हैं और उनके मध्य प्रदेश में बड़ी संख्या में अनुयायी हैं। वहीं, माया नारोलिया प्रदेश के महिला मोर्चे की अध्यक्ष रही हैं और जाट समुदाय से आती हैं। वह प्रदेश के ही होशंगाबाद में नगरपालिका की अध्यक्ष भी रही हैं। उनका राजनीति में लंबा अनुभव है और संगठन के लिए खूब काम किया है। माना जा रहा है कि इसी के चलते उन्हें राज्यसभा भेजकर सम्मान दिया गया है।
उल्लेखनीय है कि मप्र में राज्यसभा चुनाव के लिए गुरुवार, 15 फरवरी को नामांकन करने की अंतिम तारीख है। इसके बाद 20 फरवरी तक नामांकन वापस लिए जा सकेंगे। जरूरत पड़ने पर 27 फरवरी को मतदान होगा और इसी दिन शाम को पांच बजे मतगणना होगी।