हिमाचल प्रदेश में कांग्रेस को एक बड़ा झटका लगा है. पार्टी के बागी पूर्व विधायकों ने भाजपा का दामन थाम लिया है. इन 6 बागी पूर्व विधायकों में राजेंद्र राणा, सुधीर शर्मा, चैतन्य शर्मा, रवि ठाकुर, इंद्र दत्त लखनपाल और देवेंद्र कुमार शामिल हैं. बता दें कि शुक्रवार को राज्यसभा चुनाव में भाजपा के प्रत्याशी को वोट देने वाले 3 निर्दलीय विधायकों ने विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दे दिया था. करीब 25 दिन बाद हिमाचल लौटे इन निर्दलीय विधायकों ने शिमला में विधानसभा सचिव को अपना इस्तीफा सौंपा. हमीरपुर सदर से निर्दलीय विधायक आशीष शर्मा, नालागढ़ से केएल ठाकुर और देहरा से होशियार सिंह ने विधानसभा सदस्यता से इस्तीफा दिया था. इस दौरान इनके साथ सूबे के पूर्व सीएम जयराम ठाकुर भी मौजूद थे. बताया जाता है कि सभी चार्टेड प्लेन से दिल्ली से शिमला पहुंचे थे. हिमाचल प्रदेश विधानसभा के 3 निर्दलीय सदस्य देहरा विधानसभा क्षेत्र से होशियार सिंह, नालागढ़ विधानसभा क्षेत्र से केएल ठाकुर और हमीरपुर विधानसभा क्षेत्र से आशीष शर्मा ने शुक्रवार को राजभवन में राज्यपाल शिव प्रताप शुक्ल से मुलाकात की थी. इन विधायकों ने राज्यपाल को जानकारी दी कि उन्होंने विधानसभा अध्यक्ष विधानसभा सदस्यता से त्यागपत्र दे दिया है. विधानसभा अध्यक्ष से उनकी भेंट नहीं होने के कारण उन्होंने अपने त्यागपत्र विधानसभा के सचिव को दिया है. बता दें कि हिमाचल प्रदेश में बागी विधायकों की सदस्या रद्द कर दी गई है. ऐसे में लोकसभा चुनाव के साथ 1 जून को इन 6, धर्मशाला, लाहौल स्पीति, बड़सर, कुटलेहड़, गगरेट और सुजानपुर विधानसभा सीटों पर उपचुनाव होंगे. लेकिन अब यह माना जा रहा है कि देहरा, हमीरपुर सदर और नालागढ़ के विधायकों ने भी इस्तीफा दे दिया है तो अब सभी 9 जगह उपचुनाव होंगे. हालांकि, 3 सीटों पर अभी आयोग की तरफ से घोषणा होगी, तभी चुनाव करवाए जाएंगे. कांग्रेस के बागियों के भाजपा में शामिल होने पर कांग्रेस प्रदेश महासचिव यशवंत छाजटा का बड़ा बयान सामने आया है. उन्होंने कहा कि कांग्रेस ने इनकी सदस्यता भंग कर दी थी. अब ये भाजपा में जाएं या कहीं और जगह, कांग्रेस उसी दिन से तैयार थी जिस दिन से इन्हें बाहर का रास्ता दिखाया था. आज ज्वाइनिंग में अनुराग ठाकुर के अलावा और कोई बड़ा नेता था. ये बताता है कि इनकी ज्वाइनिंग की महत्वता कितनी है. अगर उप चुनाव होते हैं कांग्रेस उसके लिए तैयार है.