राष्ट्रपति श्रीमती द्रौपदी मुर्मु का MNIT के 18वें दीक्षांत समारोह में संबोधन

                                                           TAASIR :–NEERAJ -18 SEPT 

आज के दीक्षांत समारोह में उपाधि और पदक पाने वाले सभी विद्यार्थियों को मैं हार्दिक बधाई देती हूं। आपकी इस सफलता में आपकी मेहनत और लगन के साथ-साथ आपलोगों के माता-पिता, अभिभावकों और शिक्षकों के सहयोग और
मार्गदर्शन का भी महत्वपूर्ण योगदान है। मैं उनकी भी सराहना करती हूं। आज मैंने जो 20 स्वर्ण पदक दिए हैं उनमें से 12 पदक हमारी बेटियों ने प्राप्त किए हैं जबकि उपाधि प्राप्त करने वाले कुल विद्यार्थियों में लगभग 29 प्रतिशत ही
बेटियां हैं। पदक विजेताओं में बेटियों का यह अनुपात इस बात का प्रमाण है कि अगर उन्हें समान अवसर दिए जाएं तो वे अपेक्षाकृत अधिक उत्कृष्टता हासिल कर सकती हैं। मुझे बताया गया है कि इस वर्ष का सबसे बड़ा placement package एक बेटी को मिला है। मैं आज उपाधि और पदक प्राप्त करने वाली सभी बेटियों को विशेष बधाई देती हूं। Research और Development के क्षेत्र में महिलाओं की अधिक भागीदारी न केवल देश के सामाजिक और आर्थिक विकास के लिए महत्वपूर्ण है, बल्कि हमारी बेटियों के जीवन की गुणवत्ता में सुधार के लिए भी आवश्यक है। यह प्रसन्नता का विषय है कि हाल के वर्षों में STEMM में लड़कियों के नामांकन में वृद्धि हुई है। यह भी एक सराहनीय तथ्य है कि MNIT की faculty में लगभग एक-तिहाई महिलाएं हैं। मुझे विश्वास है कि आने वाले वर्षों में यह अनुपात और भी बेहतर होगा।
देवियो और सज्जनो, NITs की स्थापना गुणवत्तापूर्ण तकनीकी शिक्षा और अनुसंधान को बढ़ावा देने के उद्देश्य से की गई थी। ये संस्थान प्रौद्योगिकी में दक्ष और निपुण मानव संसाधन उपलब्ध कराने में प्रमुख भूमिका निभा रहे हैं। NITs के इसी महत्व को ध्यान में रखते हुए इन्हें ‘Institutions of National Importance’ का दर्जा दिया गया है। NIT system में आधे विद्यार्थी गृह राज्य से आते हैं जबकि आधे विद्यार्थी All India rank के आधार पर अन्य राज्यों से आते हैं। इस प्रकार यह system जहां एक ओर स्थानीय प्रतिभा को निखरने का अवसर देता है वहीं दूसरी ओर देश की ‘विविधता में एकता की भावना’ को मजबूत करने का भी काम करता है। देवियो और सज्जनो, भारत को research तथा innovation hub बनाने में NIT जैसे तकनीकी संस्थानों की भूमिका अहम है। मुझे बताया गया है कि इस संस्थान में स्थापित
Innovation and Incubation Centre ने अब तक अनेक start-up कार्यक्रम आयोजित किए, जिससे बड़ी संख्या में प्रतिभागी लाभान्वित हुए हैं। यहां के Incubation Centre में लगभग 125 start-up पंजीकृत हो चुके हैं जो रोजगार
के नए अवसर पैदा कर रहे हैं। हमने भारत को 2047 तक एक विकसित राष्ट्र बनाने का लक्ष्य तय किया है। राष्ट्रीय विकास को नेतृत्व प्रदान करना आपका कर्तव्य है। आपको अपने देश को आगे बढ़ाना है। आप अपनी विद्या और दृढ़ संकल्प के बल पर व्यक्तिगत जीवन के साथ-साथ देश के भविष्य को स्वरूप प्रदान करने के लिए आगे बढ़ें। मैं आपको हार्दिक शुभकामनाएं और आशीर्वाद देती हूं। धन्यवाद,