-केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव जयपुर पहुंचे, सवाईमाधाेपुर में करेंगे कवच प्रणाली का निरीक्षण
जयपुर, 24 सितंबर
केंद्रीय रेल, सूचना एवं प्रसारण एवं इलेक्ट्रॉनिक्स और सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव ने कहा है कि रेल पटरियाें पर अवराेधक रख कर दुर्घटना का षड्यंत्र रचने वालाें के विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी, यह हमारा संकल्प है। साथ ही इस तरह की दुर्घटना ना हाे, इसके लिए रेलवे प्रशासन पूरी तरह से सतर्कता के साथ काम करेगा। केंद्रीय रेल मंत्री वैष्णव मंगलवार काे जयपुर पहुंचने पर पत्रकाराें से बातचीत कर रहे थे।
केंद्रीय रेल मंत्री मंगलवार सुबह जयपुर पहुंचे, जहां भारतीय जनता पार्टी के नेताओं ने उनका एयरपोर्ट पर स्वागत किया। एयरपोर्ट से मंत्री वैष्णव मुख्यमंत्री हाउस के लिए रवाना हुए। यहां उन्हाेंने मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा से मुलाकात की और प्रदेश की रेल परियोजनाओं के बारे में चर्चा की। इसके बाद भाजपा जयपुर ग्रामीण के कार्यकर्ताओं के साथ संवाद किया। उन्होंने महिला मोर्चा के सदस्याें से भी मुलाकात की। वहां से वे गांधीनगर रेलवे स्टेशन पर हुए कार्याें का निरीक्षण करने पहुंचे। उन्हाेंने यहां बन रहे रूफ प्लाजा का भी निरीक्षण किया। यहां से वे कवच प्रणाली का निरीक्षण करने ट्रेन के जरिए सवाई माधोपुर रवाना हुए।
इससे पूर्व एयरपोर्ट पर पत्रकाराें से बातचीत में उन्हाेंने कवच प्रणाली की जानकारी देते हुए कहा कि हम सभी जानते हैं कि रेलवे की सुरक्षा के लिए कवच एक बहुत बड़ा विकास है। 16 जुलाई 2024 को आरडीएसओ द्वारा कवच 4.0 संस्करण को अंतिम रूप दिया गया था। इसकी पहली स्थापना सवाई माधोपुर से पूरी हो चुकी है, मैं उसका भी जायजा लूंगा। देश भर में रेल पटरियाें पर अवरोधक रख रेल दुर्घटनाओं के लिए रचे जा रहे षडयंत्राें के संबंध में पूछे गए सवाल पर उन्होंने कहा कि बड़ी गंभीरता के साथ रेलवे का पूरा प्रशासन पूरी तरह सतर्क है। सभी राज्य सरकारों के साथ लगातार संवाद जारी है। प्रदेशाें के डीजीपी और होम सेक्रेटरी के साथ बातचीत जारी है। एनआईए भी बीच में शामिल है और किसी भी तरीके से, जो भी कोई ऐसी दुर्घटना करने की कोशिश करेगा, उसके विरुद्ध कठोर कार्रवाई की जाएगी, यह हमारा संकल्प है। इसे लेकर रेलवे प्रशासन पूरी तरह से सतर्कता के साथ काम करेगा। एक अलग टास्क फोर्स बनाए जाने के सवाल पर उन्होंने कहा कि पूरे देश भर में रेलवे का डिवीजन और जाेन का एडमिनिस्ट्रेशन, रेलवे प्रोटेक्शन फोर्स और स्टेट पुलिस तीनों के साथ मिलकर काम किया जा रहा है।