TAASIR :–NEERAJ – 18, Oct
बहराइच की महसी तहसील की महाराजगंज हिंसा के मुख्य आरोपियों को नानपारा के हांडा बसेहरी नहर के पास पुलिस मुठभेड़ में मोहम्मद तालीम उर्फ शब्बू और सरफराज उर्फ रिंकू के पुलिस मुठभेड़ में घायल होने के बाद मेडिकल कॉलेज रेफर कर दिया गया था। वहीं तीन अन्य आरोपियों अब्दुल हमीद, फहीम और मोहम्मद अफजल को भी गिरफ्तार कर लिया गया था। शुक्रवार को सीजेएम आवास पर आरोपियों की पेशी होने के बाद पांचों आरोपियों को आरआरएफ पीएसी और पुलिस की कड़ी सुरक्षा मे 14 दिन की न्यायिक अभिरक्षा में जेल भेज दिया गया। इसके पहले, हत्यारोपी मोहम्मद सरफराज और मोहम्मद तालिब को पुलिस ने एनकाउंटर के बाद बृहस्पतिवार को गिरफ्तार कर लिया। जांच में सामने आया कि हत्यारोपियों के मंसूबे खतरनाक थे। तभी तो उन्होंने हत्या में प्रयुक्त बंदूक को लोड कर छिपाया था। उसके साथ एक अन्य अवैध असलहा भी रखा था, ताकि जरूरत पड़ने पर वह फिर से दहशत फैला सकें। इसका प्रमाण भी उन्होंने पुलिस टीम पर फायरिंग कर दे दिया। पुलिस के अनुसार महराजगंज में रविवार को जो हुआ वह सुनियोजित था। मुख्य आरोपी अब्दुल हमीद की छत पर पत्थर व ईंटें रखी थीं। कांच की बोतल भी मिली थीं। हत्या में प्रयुक्त हथियार की बरामदगी के दौरान मुठभेड़ के बाद संवेदनशील और हिंसा प्रभावित क्षेत्रों में चौकसी बढ़ा दी गई। डीएम मोनिका रानी व एसपी वृंदा शुक्ला ने शहर में गश्त किया। नेपाल सीमा पर भी चौकसी बढ़ा दी गई। हत्यारोपी अब्दुल हमीद की बेटी रुखसार उर्फ सालिया का प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री से सुरक्षा की अपील करने हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हुआ। इसमें उसने आरोप लगाया कि बीते मंगलवार को एसटीएफ व पुलिस उसके घर केवानागंज पहुंची थी। उसके पति ओसामा व देवर शाहिद को साथ ले गई तबसे दोनों को पता नहीं चल रहा है। बुधवार को गांव से खबर मिली कि धर्मकांटे के पास से पिता अब्दुल हमीद, मेरे दो भाई सरफराज, फहीन व एक अन्य को गिरफ्तार किया गया है। उनका भी कुछ पता नहीं चल रहा है। डर है कि उनका एनकाउंटर न कर दिया जाए। प्रधानमंत्री व मुख्यमंत्री से सभी की सुरक्षा की अपील करती हूं।