TAASIR :–NEERAJ – 23, Oct
अंडमान सागर में उठा चक्रवाती तूफान बंगाल की खाड़ी में पहुंच गया है। आज तूफान के कारण ओडिशा, पश्चिम बंगाल, केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक में मौसम काफी खराब है। हालांकि चक्रवाती तूफानी अंडमान सागर से निकल चुका है, इसलिए केरल, तमिलनाडु, कर्नाटक में तूफान का असर कम हो गया है, लेकिन अब तूफान बंगाल की खाड़ी में है। कल 24 अक्टूबर की सुबह इसके ओडिशा में पुरी के समुद्र तट से टकराने की संभावना है। आज तूफान के प्रभाव से ओडिशा में 100 से 120 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से हवाएं चल रही हैं। वहीं कल तट से टकराने के बाद हवाओं की स्पीड 150 किलोमीटर प्रति घंटा पहुंच सकती है। आज ओडिशा में भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है। पिछले 4-5 दिन से बारिश होने से जनजीवन पहले ही अस्त व्यस्त है। इसलिए ओडिशा सरकार ने प्रदेशवासियों और टूरिस्टों के लिए एडवाइजरी जारी कर दी है। साथ ही स्थानीय निवासियों को घरों के अंदर रहने को कहा है। ओडिशा के स्पेशल रिलीफ ऑफिसर देव रंजन सिंह के मुताबिक, पुरी के तट से तूफान आज 24 अक्टूबर की आधी रात को या कल 25 अक्टूबर की सुबह टकराएगा। इसलिए तटवर्ती इलाके खाली करा दिए गए हैं। 14 जिलों के स्कूल-कॉलेज, आंगनबाड़ी-दफ्तर बंद हैं। कर्मचारियों, डॉक्टरों, पुलिस कर्मियों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। डिजास्टर मैनेजमेंट मिनिस्टर सुरेश पुजारी खुद हालातों पर निगरानी रखे हुए हैं। पुरी से टूरिस्ट जा चुके हैं। होटलों की बुकिंग कैंसिल करा दी गई है। कार्तिक स्नान के लिए पुरी पहुंची 5 हजार महिलाओं को सुरक्षित स्थानों पर शिफ्ट कर दिया गया है। मंदिरों में श्रद्धालुओं की एंट्री बंद कर दी गई है। ओडिशा स्टेट डिजास्टर फोर्स की 51, फायर ब्रिगेड की 178, NDRF की ODRF की 10 टीमें रेस्क्यू के लिए तैनात कर दी गई हैं। खराब मौसम के कारण राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मु ने 3 दिवसीय ओडिशा दौरा भी पोस्टपोन कर दिया है। मछुआरों को समुद्र तटों के पास नहीं जाने को कहा गया है। 750 रिलीफ सेंटर बनाए गए हैं। 24 घंटे कंट्रोल रूम एक्टिव रहेगा। भारतीय तटरक्षक बल (ICG), आर्मी, एयरफोर्स और नेवी को अलर्ट मोड में रखा गया है। एयरफोर्स के विमान और नेवी के समुद्री जहाज आस-पास मंडराते रहेंगे। ओडिशा के साथ चक्रवाती तूफान दाना का असर पश्चिम बंगाल में भी देखने को मिलेगा। इसलिए पश्चिम बंगाल के 9 जिलों में अगले 3-4 दिन के लिए स्कूल-कॉलेज और आंगनवाड़ी केंद्र बंद कर कर दिए गए हैं। लोगों को वर्क फ्रॉम होम करने की सलाह दी गई है। डॉक्टरों, पुलिस कर्मियों और जवानों की छुट्टियां रद्द कर दी गई हैं। दीघा, पूर्वी मेदिनीपुर और दक्षिण 24 परगना जिलों से 1.50 लाख लोगों को शिफ्ट कर दिया गया है। तटीय इलाके खाली करा दिए गए हैं, क्योंकि तूफान के असर से समुद्र में ऊंची-ऊंची लहरें उठेंगी और आंधी-तूफान के साथ भारी से बहुत भारी बारिश होने का पूर्वानुमान है। 3 दिन बारिश होते रहने के आसार हैं। मछुआरों और नाविकों को मौसम से जुड़े अलर्ट और सेफ्टी संबंधी सलाह देने के लिए हल्दिया में हेलीकॉप्टर और रिमोट ऑपरेटिंग स्टेशन तैनात हैं। NDRF की 9 टीमें समुद्र तटीय इलाकों में तैनात कर दी गई हैं।