चयनित अभ्यर्थियों का डॉक्यूमेंट वेरिफकेशन शुरू
जेएलकेएम के छात्र नेता देवेंद्रनाथ हिरासत में, छात्रों पर लाठीचार्ज
रांची, 16 दिसंबर
झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (जेएसएससी) की सीजीएल परीक्षा में कथित गड़बड़ी के खिलाफ छात्रों के विरोध-प्रदर्शन को देखते हुए आयोग कार्यालय के आसपास के क्षेत्र को सोमवार को पुलिस छावनी में तब्दील कर दिया गया है। चयनित अभ्यर्थी एक-एक कर डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के लिए जेएसएससी के चाय बागान नामकुम स्थित कार्यालय पहुंच रहे हैं। अभ्यर्थियों का वेरिफिकेशन शुरू है।
छात्रों के प्रदर्शन को देखते हुए भारी संख्या में पुलिस बल की तैनाती की गई है। आयोग कार्यालय के चारों ओर दो लेयर बैरिकेडिंग की गई है। कार्यालय तक जाने वाले सभी प्रमुख सड़कों में भी बैरिकेडिंग की गई है। नामकुम चौक, खरसीदाग चौक और रामपुर चौक पर बैरिकेडिंग कर पुलिस बल तैनात हैं। प्रवेश करने वाले एक-एक व्यक्ति से पूछताछ के बाद ही प्रवेश करने दिया जा रहा है। पत्रकारों को भी कार्यालय के पास जाने नहीं दिया जा रहा है। सभी को कार्यालय से दूर रोका जा रहा है।
विरोध-प्रदर्शन करने छात्र धीरे-धीरे पहुंच रहे हैं लेकिन छात्रों को पुलिस समझा-बुझाकर वापस जाने को कह रही है। नामकुम बाजार के पास 100 से अधिक छात्र पहुंचे हैं, उन्हें पुलिस समझा कर वापस जाने को कह रही है। जेएलकेएम के छात्र नेता देवेंद्र नाथ महतो भी नामकुम बाजार के समीप समर्थकों के साथ पहुंचे हैं। पुलिस उन्हें भी समझा रही है। वज्र वाहन और वाटर कैनन से लेकर 2500 जवान मौके पर तैनात किए गए हैं। आयोग ने प्रक्रिया जारी रखते हुए 2145 चयनित अभ्यर्थियों को डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के लिए बुलाया है और डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन की प्रक्रिया शुरू कर दी है। सुबह से ही चयनित अभ्यर्थी आयोग कार्यालय पहुंच रहे हैं।
जेएसएससी कार्यालय और सदाबहार चौक के 500 मीटर के दायरे में निषेधाज्ञा जारी कर दी गयी है, जो 20 दिसंबर तक रहेगी। एसडीओ ने छात्रों से अपील की है कि किसी भी तरह के उग्र आंदोलन में हिस्सा न लें। किसी भी तरह की हिंसक और गैरकानूनी काम करने पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी।
झारखंड कर्मचारी चयन आयोग (जेएसएससी) की सचिवालय सहायक (सीजीएल) परीक्षा का विरोध करने के आरोप में झारखंड लोकतांत्रिक क्रांतिकारी मोर्चा (जेएलकेएम) नेता देवेंद्रनाथ महतो को पुलिस ने हिरासत में ले लिया है। पुलिस ने उन्हें सदाबहार चौक से हिरासत में लिया। इस दौरान पुलिस ने आंदोलनकारी छात्रों पर बल प्रयोग करते हुए लाठीचार्ज कर उन्हें भगा दिया।
इससे पहले पुलिस छात्रों को समझा-बुझाकर वापस जाने को कह रही थी लेकिन वे नहीं माने। इसके बाद पुलिस ने बल प्रयोग करते हुए लाठीचार्ज किया ।