पलामू, 2 दिसंबर
गैंगस्टर सुजीत सिन्हा गैंग से जुड़े अपराधियों पर नकेल कसते हुए पलामू पुलिस ने उत्तर प्रदेश के दो अपराधियों को गिरफ्तार करने के बाद चैनपुर इलाके में क्रशर प्लांट पर फायरिंग करने जा रहे छह अपराधियों को गिरफ्तार किया है। इनके पास से पांच हथियार, तीन मोटरसाइकिल और सात मोबाइल फोन बरामद किए गए हैं। गिरफ्तार अपराधियों में एक जेजेएमपी का नक्सली भी रह चुका है। साथ ही एक कलाकार भी शामिल है।
जिले की पुलिस अधीक्षक रीष्मा रमेशन ने सोमवार को पत्रकारों को बताया कि 29 नवंबर की रात में अज्ञात अपराधियों के जरिये चैनपुर थाना क्षेत्र के दोकरा में क्रशर प्लांट पर रंगदारी के लिए फायरिंग करने की घटना के बाद पुलिस इसके खुलासे और आवश्यक कार्रवाई के लिए सक्रिय थी। इसी बीच में गुप्त सूचना पर चैनपुर थाना क्षेत्र के ही सलतुआ रोड में छह लोगों को अवैध देशी पिस्टल एवं कट्टा लेकर किसी बड़ी घटना को अंजाम देने जाने के क्रम में पकड़ा गया। सभी तीन मोटरसाइकिल पर सवार थे।
उन्हें थाना लाकर पूछताछ की गई तो उन्होंने बताया कि वे गैंगस्टर और कुख्यात अपराधी सुजीत सिन्हा गैंग के लिए काम करते हैं। वे लोग करसो स्थित क्रशर पर रंगदारी देने में देरी होने पर फायरिंग करने जा रहे थे। पूछताछ के क्रम में उनके द्वारा यह भी बताया गया कि इसके पूर्व वह दोकरा-चांदो क्रशर में रंगदारी देने में देरी होने के कारण 29 नवंबर को फायरिंग की थी। इनके पास से घटना में लूट गया मोबाइल फोन बरामद किया गया।
एसपी ने बताया कि अपराधियों का सरगना चैनपुर थाना क्षेत्र के शाहपुर का रहने वाला फरहान कुरैशी उर्फ शैलू कुरेशी उर्फ छोटू है। दो कांडों में वह जेल जा चुका है। गोलीकांड में जेल जाने के बाद उसका संपर्क सुजीत सिन्हा गिरोह से जुड़े अपराधी से हुआ था। रांची से उक्त अपराधी को मेदिनीनगर के सेंट्रल जेल में लाया गया था। जेल से निकलने के बाद फरहान ने अशफाक खान, कुश कुमार यादव, दीपक कुमार भुइयां, गुलशन कुमार विश्वकर्मा, आशिफ अहमद उर्फ राजा खान को अपने गिरोह में जोड़ा और रंगदारी वसूलने के लिए फायरिंग की घटनाओं में शामिल किया।
एसपी ने बताया कि वर्चुअल नंबर से रंगदारी मांगी गई थी। कितनी राशि मांगी गई थी इसके लिए अनुसंधान तेज है। उन्होंने बताया कि दीपक कुमार भुइयां नक्सली संगठन झारखंड जन मुक्ति परिषद से जुड़ा हुआ था। जेल जाने से निकलने के बाद वह आपराधिक घटनाओं को अंजाम देने के लिए सुजीत सिन्हा गिरोह से जुड़ गया। लातेहार कोर्ट में सरेंडर किया था। इसी तरह आसिफ अहमद उर्फ राजा कलाकार है और पलामू के एक नाट्य ग्रुप से जुड़कर नुक्कड़ नाटक भी करता है।
एसपी ने बताया कि इस केस में एटीएस भी कार्रवाई कर रही है। एटीएस के माध्यम से कई इनपुट सुजीत सिन्हा गैंग से जुड़े मिले हैं। रांची के ओरमांझी इलाके में 22 नवंबर को सुजीत सिन्हा गैंग से जुड़े अपराधियों ने गोली चलाई थी। पलामू में भी सुजीत सिन्हा गैंग से जुड़े अपराधियों के शामिल रहने के कारण एटीएस जांच में जुटी है। सुजीत सिन्हा गैंग भारत माला प्रोजेक्ट का कार्य कर रहे लोगों से रंगदारी मांगी थी। यह प्रोजेक्ट केन्द्र से से जुड़ा है और आर्गनाइज क्राइम है, इस कारण एटीएस भी कार्रवाई कर रही है। उन्होंने कहा कि पुराने अपराधियों का रिकॉर्ड पुलिस में है। इस कारण सुजीत सिन्हा और दीपक सिंह नए लड़कों को गैंग से जोड़कर अपराधिक घटनाओं को अंजाम दिलवाते हैं।