आईडब्ल्यूएआई ने नदी क्रूज पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए जम्मू-कश्मीर के साथ किया समझौता

नई दिल्ली, 06 मार्च

भारतीय अंतर्देशीय जलमार्ग प्राधिकरण (आईडब्ल्यूएआई) ने गुरुवार को जम्मू-कश्मीर में तीन राष्ट्रीय जलमार्गों पर नदी क्रूज पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए जम्मू-कश्मीर सरकार के साथ एक समझौता ज्ञापन (एमओयू) पर हस्ताक्षर किए हैं।

बंदरगाह, पोत परिवहन और जलमार्ग मंत्रालय ने जारी एक बयान में कहा कि केंद्रीय मंत्री सर्बानंद सोनोवाल की उपस्थिति में श्रीनगर में आयोजित चिंतन शिविर के दौरान समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर किए गए हैं। इस समझौते का उद्देश्य पर्यटन को आगे बढ़ाना, रोजगार उत्पन्न करना, आर्थिक विकास को बढ़ावा देना और स्थानीय नदियों पर अवकाश/बजट पर्यटन का एक नया तरीका प्रदान करना है।

मंत्रालय ने कहा कि देश के 111 राष्ट्रीय जलमार्गों में से केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर में तीन घोषित राष्ट्रीय जलमार्ग हैं। चिनाब नदी (एनडब्ल्यू-26), झेलम नदी (एनडब्ल्यू-49) और रावी नदी (एनडब्ल्यू-84)। नदी क्रूज पर्यटन को बढ़ावा देने की दृष्टि से अंतर्देशीय जलमार्ग विकास परिषद (आईडब्ल्यूएआई) की हाल ही में संपन्न दूसरी बैठक में कश्मीर से केरल और असम से गुजरात तक फैले विभिन्न क्रूज सर्किटों के विकास की घोषणा की है।

आईडब्ल्यूएआई ने दो महीने की अवधि के भीतर करीब 100 करोड़ रुपये की लागत से केंद्र शासित प्रदेश जम्मू और कश्मीर में नदी क्रूज पर्यटन को विकसित करने के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाया है। इस अवसर पर जम्मू और कश्मीर सरकार के खाद्य, नागरिक आपूर्ति और उपभोक्ता मामले, परिवहन, विज्ञान और प्रौद्योगिकी, सूचना प्रौद्योगिकी, युवा सेवा और खेल मंत्री सतीश शर्मा, बंदरगाह, जहाजरानी और जलमार्ग मंत्रालय के सचिव टीके रामचंद्रन, आईडब्ल्यूएआई के अध्यक्ष विजय कुमार और अन्य गणमान्य व्यक्ति भी उपस्थित रहे।