बिहार के 12 जिलों की 13 लाख आबादी बाढ़ से प्रभावित

पटना, 23 सितम्बर 

बिहार में गंगा और इसकी सहायाक नदियां पूरे उफान पर हैं। अबतक प्रदेश के 12 जिलों की करीब 13 लाख अबादी बाढ़ से प्रभावित है जबकि बीते 24 घंटे में बाढ़ से 10 लोगों की मौत हो चुकी है।

बिहार के पटना, मुंगेर, लखीसराय, खगड़िया, बेगूसराय, भागलपुर, वैशाली, पूर्णिया, बक्सर, रोहतास, भोजपुर और सासाराम जिले बाढ़ से प्रभावित हैं। मुंगेर के बाद अब भागलपुर में भी नदी के तेज बहाव वजह से मौत के मामले सामने आये हैं। बाढ़ के पानी में डूबने से भागलपुर, बेगूसराय, खगड़िया, लखीसराय समेत कई जिलों में मौत हुई है। भागलपुर के नाथनगर में बीते दिनों डूबे तीन लोगों के शव बरामद किए गए हैं जबकि नाव हादसे में डूबे बच्चे का शव अब तक बरामद नहीं हो सका है।

लखीसराय और खगड़िया में बाढ़ के पानी में नहाने की गलती किशोरों को भारी पड़ी। अलग-अलग हादसे में दो किशोरों की मौत हो गयी। लखीसराय के सूर्यगढ़ा अंतर्गत रामपुर से सुरजीचक जाने वाली सड़क में बलवा तड़ी पर के समीप स्नान की क्रम में पानी में डूबने से 17 वर्षीय किशोर अभिषेक कुमार की मौत हो गयी। मृतक रामपुर गांव वार्ड संख्या तीन के रहने वाले सुनील सिंह का पुत्र था। बेगूसराय के मटिहानी अंतर्गत नयागांव थाना क्षेत्र के गोरगामा गांव में शौच जाने के क्रम में गोरगामा निवासी स्व रामोतार पोद्दार के 48 वर्षीय पुत्र भूषण पोद्दार की गंगा ढाब में डूबने से मौत हो गयी।

नयागांव थानाध्यक्ष जितेंद्र कुमार ने बताया कि भूषण पोद्दार रात्रि में शौच करने गये थे। गंगा ढाब के किनारे सोच करने के क्रम में लुढ़क गये और गहरे पानी में जा गिरे, जिससे उनकी मौत हो गयी। उन्होंने बताया कि सुबह में शव पानी के उपर आ गया। ग्रामीणों के सहयोग से शव को पानी से बाहर निकाला गया।

खगड़िया जिले के मोरकाही थाना क्षेत्र के खैरी खुटाहा पंचायत अंतर्गत सोनमनकी के बागमती नदी में स्नान करने के दौरान बालक की डूबने से मौत हो गई। पुलिस शव को कब्जे में लेकर पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया है। मृतक की पहचान सोनमनकी गांव निवासी वार्ड संख्या चार निवासी रामनरेश सदा उर्फ विजय सदा के आठ वर्षीय पुत्र निरगुन कुमार के रूप में हुई है। मृतक के परिजनों ने बताया कि रविवार की दोपहर अन्य दोस्तों के साथ खेलते-खेलते बागमती नदी में स्नान करने चला गया। निरगुन नदी में स्नान करने के दौरान गहरे पानी में चला गया, जिसके कारण निरगुन लापता हो गया। स्थानीय बालकों द्वारा हल्ला कर लोगों की घटना की जानकारी दी। स्थानीय लोगों द्वारा बागमती नदी से बालक का शव बाहर निकाला गया।