TAASIR :–NEERAJ – 28, Nov
भारतीय सेना को दुश्मन से निपटने के लिए अनमैन्ड इलेक्ट्रिक Sabal 20 लॉजिस्टिक्स ड्रोन मिले हैं. ये ड्रोन पलक झपकते ही कठिनाई वाले और हाई एल्टीट्यूड इलाकों में बनी पोस्ट, बंकर तक आसानी से पहुंच जाएंगे. साथी ही ये ड्रोन जवानों की तैनाती की कठिन से कठिन लोकेशन पर भी जा सकेंगे. आपदा एवं राहत कार्यों में भी ये ड्रोन आर्मी की मदद करेगा. इससे सेना के लॉजिस्टिक ऑपरेशन बढ़ेंगे और मैन पॉवर में भी बचत होगी. ड्रोन की मदद से कम समय में आसानी से खतरों की पहचान की जा सकेगी. कौन सी जगह सेना के लिए सुरक्षित हो सकती हैं, इसे भी ड्रोन की मदद से देखकर अंदाजा लगाया जा सकेगा. भारतीय सेना को मिले ये एंड्योर एयर सिस्टम्स का नया ड्रोन सबल 20 है इसकी खूबियों को देखते हुए भारतीय सेना में इसे शामिल किया गया है. ये ड्रोन भारतीय सेना के पूर्वी थियेटर में काफी ज्यादा मदद करने वाला है. यह ऐसी जगहों पर सामान पहुंचा देगा है, जहां बड़े वाहन या ट्रक नहीं जा सकते थे. ये उन तमाम लोकेशन पर आसानी से उड़ान भरेगा जहां, सैनिकों को पहुंचने और वापस लौटने में ज्यादा दिक्कत होती है. सबल 20 एक इलेक्ट्रिक अनमैन्ड सिस्टम है. इसमें कई तरह की पिच टेक्नोलॉजी है. यह अपने साथ 20 किलोग्राम वजन तक के सामान को उठाकर उड़ान भर सकता है. इसकी सबसे खास बात ये है कि यह अपने वजन का 50 फीसदी वजन ले जाने में सक्षम है. ये ड्रोन इतना वजन लेकर लंबी उड़ान भर सकता है. सबल ड्रोन की डिजाइन चिनूक हेलिकॉप्टर से प्रेरित है. इसकी डिजाइन इसे बेहतर स्थिरता, ऊंचाई वाले स्थानों पर सटीक संतुलन बनाए रखने में मदद करती है. इसमें टर्बुलेंस का रिस्क कम होता है. यह किसी भी तरह की भौगोलिक परिस्थितियों में सामान की डिलिवरी करने में सक्षम है. सेना इससे हथियार, दवा, रसद जैसी चीजें अपने पोस्ट, बंकर या आपदा में राहत सामग्री पहुंचा सकती है. यह ड्रोन लंबी दूरी और ऊंचाई वाले स्थान पर काम करने के लिए बनाया गया है. इसमें वर्टिकल टेकऑफ एंड लैंडिंग तकनीक लगाई गई है. इसके पंखों का आरपीएम कम है, इसलिए इसमें आवाज भी बहुत कम है. यानि इसकी मदद से आर्मी यदि दुश्मन या आतंकियों को निशाना बना रही है तो ये गुपचुप तरीके से दुर्गम लोकेशंस पर गोली, बारूद और हथियार तक पहुंचा सकता है. अपने स्पेशल फीचर्स के कारण दुश्मन को इसके आने की कानों कान खबर भी नहीं होगी.