TAASIR :–NEERAJ – 06, Dec
70वीं बिहार लोक सेवा आयोग की परीक्षा ने नॉर्मलाइजेशन लागू नहीं करने और एक परीक्षा एक प्रश्नपत्र की मांग को लेकर शुक्रवार को बड़ी संख्या छात्रों ने सड़क पर उतरकर प्रदर्शन किया. प्रतियोगी परीक्षाओं की तयारी कराने वाले शिक्षक खान सर ने बड़ी संख्या में छात्रों के साथ सड़क पर उतरकर बीपीएससी के खिलाफ प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा बीपीएससी के अध्यक्ष को सामने आकर कहना चाहिए कि नॉर्मलाइजेशन लागू नहीं होगा. उन्होंने बीपीएससी पर भ्रामक जानकारी देने का कथित दावा किया. वहीं छात्र नेता दिलीप ने भी बीपीएससी के खिलाफ जोरदार प्रदर्शन किया. उन्होंने कहा कि हमारी पहले से मांग रही है कि नॉर्मलाइजेशन लागू नहीं करने और एक परीक्षा एक प्रश्नपत्र की मांग को लागू किया जाए. यह लाखों अभ्यर्थियों के भविष्य से खेलने वाला फैसला है. उन्होंने कहा कि बीपीएससी के चेयरमैन को इस पर बात कर सफाई देनी चाहिए. मुख्यमंत्री नीतीश कुमार दो साल पहले ही नॉर्मलाइजेशन और परसेंटाइल को लागू नहीं करने की बात कर चुके हैं. देश की किसी सिविल सेवा परीक्षा में यह लागू नहीं है. ऐसे में अब बीपीएससी ने अगर अपना फैसला नहीं बदला और एक सेट में प्रश्नपत्र नहीं दिया तो हमारा प्रदर्शन जारी रहेगा. दरअसल, 70वीं बिहार लोक सेवा आयोग के लिए 13 दिसंबर को राज्य के 925 सेंटर्स पर एग्जाम होगा. इसमें 4 लाख 80 हजार अभ्यर्थियों ने आवेदन किया है. एक वर्ग द्वारा दावा किया जा रहा है कि इस बार बीपीएससी ने परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन लागू करने की योजना बनाई है. इससे अभ्यर्थियों में खासा गुस्सा देखा जा रहा है. सोशल मीडिया पर इसे लेकर उन्होंने रोष जताया है और अब सड़क पर उतरकर विरोध करने की तैयारी है. लेकिन बीपीएससी ने नॉर्मलाइजेशन लागू होने के दावे को सिरे से नकारा है. बीपीएससी ने एक दिन पहले ही स्पष्ट कर दिया है कि सिविल सेवा परीक्षा में नॉर्मलाइजेशन लागू नहीं करेगा. बावजूद इसके पटना में बीपीएससी ऑफिस के बाहर प्रदर्शन करने के लिए बड़ी तादाद में अभ्यर्थी जुटकर प्रदर्शन कर रहे हैं. इधर आयोग ने पहले ही जिलाधिकारी को पत्र लिखकर पुख्ता सुरक्षा व्यवस्था इंतजाम करने की बात कही थी ताकि आयोग के दैनिक कार्य में कोई बाधा उत्पन्न हो . इसे लेकर भारी संख्या में पुलिस की तैनाती की गई है. बीपीएससी कार्यालय के गेट से लेकर चिड़ियाघर तक जगह जगह पुलिस बल की तैनाती की गई है, ताकि कोई अभ्यर्थी बीपीएससी कार्यालय तक नहीं पहुंच सके.