शिखर बैंक घोटाला मामले में अजीत पवार को क्लीन चिट दिए जाने का अन्ना हजारे ने किया विरोध

मुंबई, 16 मार्च 

समाज सेवक अन्ना हजारे ने शिखर बैंक घोटाले में महाराष्ट्र के उप मुख्यमंत्री अजीत पवार को मुंबई पुलिस की ओर से क्लीन चिट दिए जाने का विरोध किया है। अन्ना हजारे की ओर से वकील सतीश तलेकर ने कोर्ट में क्लीन चिट का विरोध किया। कोर्ट ने मामले की सुनवाई 20 अप्रैल तक के लिए स्थगित कर दिया है। शिखर बैंक घोटाला मामले की क्लोजर रिपोर्ट का विरोध अन्ना हजारे के साथ ही पूर्व मुख्यमंत्री बसंत दादा पाटिल की पत्नी शालिनी ताई पाटिल और माणिकराव जाधव ने भी किया है।

महाराष्ट्र पुलिस की आर्थिक अपराध शाखा ने 25 हजार करोड़ रुपये के शिखर बैंक घोटाले के मद्देनजर एक अतिरिक्त क्लोजर रिपोर्ट स्पेशल कोर्ट में पेश की है। इस मामले की सुनवाई स्पेशल कोर्ट के जज राहुल रोकड़े के समक्ष हो रही है। पिछली सुनवाई के दौरान प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) के वकीलों ने पुलिस की क्लोजर रिपोर्ट का कड़ा विरोध किया था और मामले में हस्तक्षेप की इजाजत मांगी थी। तदनुसार कोर्ट ने ईडी को अपनी स्थिति स्पष्ट करने का अवसर दिया था। हालांकि आज ईडी के वकील क्लोजर रिपोर्ट के खिलाफ बहस करने कोर्ट नहीं पहुंचे, लेकिन आज वरिष्ठ सामाजिक कार्यकर्ता अन्ना हजारे, शालिनी पाटिल और माणिकराव जाधव ने क्लोजर रिपोर्ट के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया। तीनों की ओर से वरिष्ठ वकील सतीश तलेकर स्पेशल कोर्ट में पेश हुए और कहा कि कोर्ट को मूल शिकायतकर्ता सुरेंद्र अरोड़ा के साथ हमारी भी बात सुननी चाहिए। इसके बाद कोर्ट ने तीनों की दलीलें सुनने के लिए मामले की सुनवाई 20 अप्रैल तक के लिए स्थगित कर दी।