नई दिल्ली, 26 अगस्त
सारे देश में आज श्री कृष्ण जन्माष्टमी की धूम है। दुनियाभर में फैले भगवान कृष्ण के अनुयायी सुबह से उनके जन्मोत्सव की तैयारी में जुटे हैं। यह सत्य है कि श्रीकृष्ण ही पूर्ण अवतार हैं। बाकी सब मिथ्या है।
यह भी सत्य है कि वे योगेश्वर हैं। वे रास नायक हैं। वे मुरली सम्राट हैं। वे गीता के जनक हैं। उनकी आराधना मन का उत्सव है। भक्त जब उनके समक्ष समर्पण करता है तो ‘गोपी’ बन जाता है। जन्माष्टमी दुनिया को श्रीकृष्ण की भक्ति और समर्पण की शक्ति प्राप्त करने का अवसर प्रदान करती है। भगवान श्रीकृष्ण के जन्मस्थान उत्तर प्रदेश के मथुरा में अभूतपूर्व तैयारियां की गई हैं। श्रीकृष्ण जन्मभूमि पर महिला भक्तों ने नृत्यकर खुशी मनाई है। आज तड़के श्रीकृष्ण जन्मभूमि मंदिर के पर्दे खोले गए और सबसे पहले भगवान की आरती की गई।
राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में भी श्रीकृष्ण जन्माष्टमी की धूम है। श्री लक्ष्मी नारायण मंदिर में दर्शन के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ पड़ी। ईस्ट ऑफ कैलाश के इस्कान मंदिर में बड़ी संख्या में श्रद्धालु एकत्र हैं। भगवान के दर्शन के लिए पर्दे खोल दिए गए हैं।
मध्य प्रदेश के उज्जैन में श्रीकृष्ण जन्माष्टमी के अवसर पर महाकालेश्वर मंदिर में विशेष भस्म आरती की गई है। साथ ही हीरों की नगरी पन्ना के जुगल किशोर मंदिर को रंग-बिरंगी लाइटों से सजाया गया है। उत्तर प्रदेश के नोएडा के इस्कान मंदिर में लोग बांकेबिहारी की पूजा कर रहे हैं। मुंबई के चौपाटी स्थित इस्कान मंदिर में भी भगवान श्रीकृष्ण के दर्शन के लिए भक्तों की भीड़ उमड़ी है
गुजरात के अहमदाबाद के इस्कान मंदिर में भी लोग भगवान के दर्शन कर रहे हैं। हिमाचल प्रदेश के पर्यटक स्थल मनाली के माल रोड में इस्कान के तत्वावधान में आयोजित श्रीकृष्ण जन्माष्टमी उत्सव में हिस्सा लेने के लिए बड़ी संख्या में श्रद्धालु एकत्र हुए हैं।