जकार्ता में हुआ बहुराष्ट्रीय अभ्यास ला पेरोस, भारत ने दिखाई समुद्री ताकत

– स्वदेशी विध्वंसक आईएनएस मुंबई के साथ लंबी दूरी के समुद्री निगरानी पी-8आई विमान ने लिया हिस्सा

नई दिल्ली, 22 जनवरी 

दक्षिण पूर्वी महासागर क्षेत्र में तैनात भारतीय नौसेना का स्वदेशी विध्वंसक पोत आईएनएस मुंबई इंडोनेशिया के जकार्ता में बहुराष्ट्रीय अभ्यास ला पेरोस में हिस्सा लिया। इस अभ्यास का मकसद इंडो-पैसिफिक में समुद्री संबंधों को मजबूत करना, समुद्री सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए आपसी तालमेल बढ़ाना और अपने कौशल को एक साथ निखारना था। स्वदेशी विध्वंसक के साथ लंबी दूरी के समुद्री निगरानी पी-8आई विमान ने फ्रेंच-सीएसजी, रॉयल नेवी और रॉयल कैनेडियन नौसेना इकाइयों के साथ बहुराष्ट्रीय अभ्यास के समुद्री चरण में भाग लिया।

नौसेना के कैप्टन विवेक मधवाल ने बुधवार को बताया कि ​अभ्यास के इस संस्करण में रॉयल ऑस्ट्रेलियाई नौसेना, फ्रांसीसी नौसेना, रॉयल नौसेना, संयुक्त राज्य अमेरिका की नौसेना, इंडोनेशियाई नौसेना, रॉयल मलेशियाई नौसेना, सिंगापुर गणराज्य की नौसेना और रॉयल कनाडाई नौसेना सहित विभिन्न समुद्री भागीदारों के कर्मियों​, सतह और उप-सतह परिसंपत्तियों ​ने भागीदारी ​की।​ इस अभ्यास में भाग लेने के लिए ​स्वदेशी रूप से डिजाइन और निर्मित निर्देशित मिसाइल विध्वंसक आईएनएस मुंबई ​17 जनवरी को इंडोनेशिया के जकार्ता पहुंचा।​ इसके बाद वायु रक्षा अभ्यास, सतह पर हमले, बोर्डिंग ऑपरेशन, क्रॉस डेक लैंडिंग और सामरिक युद्धाभ्यास जैसे क्षेत्रों में कई तरह के अभ्यास हुए, जिसमें समन्वय और समुद्री सुरक्षा को मजबूत करने के लिए हमारी सामूहिक प्रतिबद्धता को दर्शाया गया।

इस अभ्यास का उद्देश्य समुद्री निगरानी, ​​समुद्री अवरोधन संचालन और हवाई संचालन के क्षेत्र में सहयोग को बढ़ाते हुए प्रगतिशील प्रशिक्षण और सूचना साझाकरण के संचालन के माध्यम से साझा समुद्री परिस्थिति जागरुकता को विकसित करना ​था। ​इस अभ्यास ​ने समान विचारधारा वाली नौसेनाओं को बेहतर सामरिक अंतर-संचालन के लिए योजना, समन्वय और सूचना साझाकरण में घनिष्ठ संबंध विकसित करने का अवसर प्रदान ​किया। इस अभ्यास में भारतीय नौसेना की भागीदारी समान विचारधारा वाली नौसेनाओं के बीच उच्च स्तर का सामंजस्‍य, समन्वय तथा समुद्री क्षेत्र में नियम-आधारित अंतर​राष्ट्रीय व्यवस्था के प्रति उनकी प्रतिबद्धता को दर्शाती है।