भारत-मंगोलिया की बैठक में द्विपक्षीय रक्षा संबंध मजबूत करने पर हुई चर्चा

– दोनों देशों के बीच चल रहे रक्षा सहयोग पर संतोष व्यक्त किया गया

– एक-दूसरे को ‘आध्यात्मिक पड़ोसी’ मानते हैं भारत और मंगोलिया

नई दिल्ली, 17 मई 

भारत और मंगोलिया के रक्षा मंत्रालयों के बीच 12वीं संयुक्त कार्य समूह (जेडब्ल्यूजी) बैठक 16-17 मई को उलानबटार में हुई। बैठक की सह-अध्यक्षता भारत के रक्षा मंत्रालय के संयुक्त सचिव अमिताभ प्रसाद और मंगोलिया के रक्षा मंत्रालय के राज्य सचिव ब्रिगेडियर जनरल गंखुयाग दावगदोरज ने की। बैठक में मंगोलिया में भारत के राजदूत अतुल मल्हारी गोत्सुर्वे भी शामिल हुए।

जेडब्ल्यूजी की बैठक के दौरान दोनों पक्षों ने दोनों देशों के बीच चल रहे रक्षा सहयोग पर संतोष व्यक्त किया। विभिन्न द्विपक्षीय रक्षा सहयोग पहलों पर प्रगति की समीक्षा करते हुए इन क्षेत्रों में सहयोग को और बढ़ाने पर चर्चा की गई। दोनों पक्षों ने वर्तमान भू-राजनीतिक स्थिति पर भी विचारों का आदान-प्रदान किया। संयुक्त सचिव ने भारतीय रक्षा उद्योग की क्षमता और योग्यता पर प्रकाश डाला और मंगोलिया के सशस्त्र बलों के साथ एक उपयोगी साझेदारी की आशा व्यक्त की।

मंगोलियाई पक्ष ने भारतीय उद्योग की क्षमता और योग्यता पर विश्वास व्यक्त किया। दोनों पक्षों ने दोनों देशों के बीच बढ़ते संबंधों को भी स्वीकार किया। संयुक्त सचिव और भारतीय राजदूत ने मंगोलिया के उप रक्षा मंत्री बी बयारमग्नई से भी मुलाकात की। प्रतिनिधिमंडल ने उलानबटार में एक प्रशिक्षण प्रतिष्ठान का दौरा किया और चल रहे जुड़ाव की समीक्षा की। भारत के मंगोलिया के साथ सदियों पुराने ऐतिहासिक, सांस्कृतिक और सभ्यतागत संबंध हैं। दोनों देश एक-दूसरे को ‘आध्यात्मिक पड़ोसी’ मानते हैं।